बिरही-निजमुला मोटर मार्ग पर दर्दनाक सड़क हादसा, खाई में गिरी कार पांच लोगों की मौत
गोपेश्वर। चमोली जनपद में एक बार फिर सड़क हादसे ने पांच परिवारों को गमगीन कर दिया। शुक्रवार शाम को बिरही-निजमुला मोटर मार्ग पर एक भीषण सड़क दुर्घटना घटित हुई, जिसमें एक आल्टो गाड़ी गांव के समीप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में गाड़ी में सवार सभी पांच व्यक्तियों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही चमोली थाने से पुलिस टीम तुरंत मौके के लिए रवाना हुई। हालांकि, मौसम खराब होने और संचार व्यवस्था बाधित होने के कारण पुलिस को दुर्घटना की सूचना मिलने में करीब एक घंटे की देरी हो गई। बताया जा रहा है कि हादसा शाम करीब सात बजे हुआ, जब कार में सवार सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे और हरमनी गांव, जो कि दशोली ब्लॉक के अंतर्गत आता है, की ओर जा रहे थे।
इस दौरान क्षेत्र में अचानक तेज आंधी, तूफान और बारिश शुरू हो गई थी, जिससे दृश्यता भी प्रभावित हुई और सड़कें भी फिसलन भरी हो गईं। इसी बीच कार गाड़ी गांव के पास एक मोड़ पर नियंत्रण खो बैठी और लगभग 200 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। खाई में चट्टानों से टकराने के बाद कार के परखच्चे उड़ गए और सभी यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई।
ब्यारा गांव के ग्राम प्रधान और प्रशासक बृजलाल ने बताया कि शाम करीब सात बजे कुछ ग्रामीणों ने गांव में वाहन गिरने की आवाज सुनी और धुंआ उठता देखा। उन्होंने तुरंत घटना की जानकारी स्थानीय प्रशासन और पुलिस को दी। बृजलाल खुद भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने देखा कि दुर्घटनाग्रस्त वाहन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था।
घटना की गंभीरता को देखते हुए राजस्व विभाग की टीम और चमोली पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शवों को खाई से बाहर निकाला गया। राहत और बचाव कार्य रात के अंधेरे में किया गया, जिससे बचाव कार्य में अतिरिक्त चुनौती रही।
पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार ने बताया कि निजमुला घाटी में आयोजित एक विवाह समारोह में शामिल होने के बाद सभी बराती आल्टो कार में सवार होकर अपने गांव लौट रहे थे। कार की गति अधिक थी और मौसम की खराबी के चलते चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिससे यह हादसा हुआ।
वहीं, चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने भी घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रारंभिक जांच में यही सामने आया है कि वाहन की तेज गति और खराब मौसम इस हादसे की मुख्य वजह रहे हैं। डीएम ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि मृतकों के परिजनों को शीघ्र आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए तथा इस मार्ग पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों की समीक्षा की जाए।
ग्राम प्रधान बृजलाल ने यह भी जानकारी दी कि यह क्षेत्र पहले भी कई सड़क हादसों का गवाह बन चुका है। तीन साल पूर्व इसी स्थान के पास एक जेसीबी मशीन और एक बोलेरो वाहन भी दुर्घटनाग्रस्त हुए थे, जिनमें तीन लोगों की मौत हो गई थी।
स्थानीय लोगों ने शासन-प्रशासन से इस मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर रेलिंग और चेतावनी संकेतक लगाने की सख्त जरूरत है ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों को रोका जा सके।