AI के साथ शिक्षा और अनुसंधान का भविष्य: आज से नई शुरुआत

शिक्षा
AI-आधारित शिक्षा और अनुसंधान: कल की नींव आज
राष्ट्रीय ऑनलाइन कार्यशाला का सफल आयोजन
मुख्यमंत्री नवाचार योजना समिति एवं NLD वडोदरा के संयुक्त तत्वावधान में संपन्न

 

रानीखेत स्व. जय दत्त वैला राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रानीखेत में 1 मई से 7 मई तक “AI के साथ उन्नत शिक्षण एवं अनुसंधान: भविष्य की तैयारी आज से” विषय पर एक राष्ट्रीय स्तरीय ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन सफलता पूर्वक किया गया।
यह कार्यशाला मुख्यमंत्री नवाचार योजना समिति के तत्वावधान में तथा न्यूक्लियस ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट (NLD), वडोदरा, गुजरात के साथ हुए MoU के अंतर्गत आयोजित की गई

इस कार्यक्रम में देशभर के शिक्षकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने Google Meet के माध्यम से सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था शिक्षण और शोध के क्षेत्र में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के प्रयोग की संभावनाओं को समझाना और आने वाले भविष्य के लिए शिक्षकों व छात्रों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाना।

कार्यशाला के मुख्य वक्ता (Resource Persons) रहे:
• डॉ. विकास राजपोपट, विभागाध्यक्ष, पत्रकारिता एवं जनसंचार, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय), छत्तीसगढ़
• अगस्तमुनि मिश्रा, पारुल यूनिवर्सिटी, गुजरात
• ऐश्वर्य शर्मा, मीडिया प्रोफेशनल, निदेशक एवं लेखक – Content Katha

प्राचार्य प्रो. पुष्पेश पांडे, जो इस कार्यशाला के संरक्षक भी रहे, ने समापन अवसर पर कहा कि “AI आधारित कार्यशालाएँ समय की मांग हैं। यह आयोजन सभी के लिए अत्यंत लाभकारी रहा।”

डॉ. बरखा रौतेला, कार्यशाला की संयोजक, अंग्रेज़ी विभाग की सहायक प्राध्यापिका एवं मुख्यमंत्री नवाचार योजना समिति की समन्वयक हैं। उन्होंने बताया कि यह आयोजन शिक्षकों एवं छात्रों के लिए नवीन दृष्टिकोण एवं कौशल विकसित करने की दिशा में एक सार्थक प्रयास था। भविष्य में भी NLD के साथ और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

डॉ. प्रसून जोशी, समन्वयक – IQAC एवं सहायक प्राध्यापक – रसायन विज्ञान, ने कार्यशाला समिति सहयोगी के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

प्रत्येक सत्र के अंत में प्रतिभागियों को विशेषज्ञों से संवाद का अवसर मिला तथा सहभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

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