देहरादून के सहस्त्रधारा में बादल फटा, भारी बारिश से मची तबाही; मसूरी में एक मजदूर की मौत, एक घायल
देहरादून। राजधानी देहरादून में सोमवार को मौसम ने अचानक विकराल रूप ले लिया। सहस्त्रधारा क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। तेज बारिश के चलते क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है, हालांकि राहत की बात यह है कि अब तक किसी जनहानि की सूचना नहीं है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें लगातार मौके पर जुटी हुई हैं।
घटना का समय और हालात
रायपुर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने जानकारी दी कि यह घटना दोपहर करीब साढ़े 12 से 1 बजे के बीच हुई, जब आईटी पार्क के पास अचानक बादल फट गया। घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और तुरंत एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमों को भी बुला लिया गया। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और टीमें लगातार राहत-बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
तेज बारिश के कारण सहस्त्रधारा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। एहतियातन नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है। पुलिस, फायर और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर मौजूद हैं। जन सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। सहस्त्रधारा के ग्राम प्रधान ने भी बादल फटने की पुष्टि की है।
मसूरी में दुखद हादसा: एक मजदूर की मौत, एक घायल
इधर, मसूरी के झड़ीपानी क्षेत्र में भारी बारिश के चलते बड़ा हादसा हो गया। बारिश का पानी और मलबा मजदूरों के अस्थायी कच्चे आवास पर आ गिरा, जिससे वहां रह रहे दो मजदूर इसकी चपेट में आ गए। घटना में एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस और स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायल को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। शहर कोतवाल संतोष कुंवर ने बताया कि मलबा और बारिश का पानी सीधे मजदूरों की झोपड़ी पर गिरा था, जिससे यह हादसा हुआ।
सड़कें बंद, यातायात प्रभावित
लगातार बारिश से मसूरी-देहरादून मार्ग भी प्रभावित हुआ है। सुबह करीब 9 बजे से सड़क के कई हिस्सों पर मलबा आने से मार्ग बंद पड़ा है। कई वाहन सड़क पर ही फंसे हुए हैं। वन विभाग और प्रशासन की ओर से जेसीबी मशीन लगाकर सड़क को खोलने का काम तेजी से जारी है।
देहरादून और मसूरी में हुई इन घटनाओं ने एक बार फिर से बारिश और आपदा प्रबंधन की चुनौतियों को सामने ला दिया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी किनारे या जोखिम वाले इलाकों में न जाएं और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें।
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