चकराता। उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर कोषागार विभाग की ओर से पेंशनरों को जागरूक करने हेतु विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उप कोषाधिकारी चकराता भरत सिंह मेवाड़ ने बताया कि इन कार्यक्रमों का उद्देश्य पेंशनरों को डिजिटल प्रक्रियाओं, कर संबंधी नियमों, स्वास्थ्य योजनाओं तथा पेंशन स्वीकृति से जुड़ी व्यवस्थाओं के प्रति जागरूक बनाना है। सभी कार्यक्रमों की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
कार्यक्रमों की रूपरेखा-
4 नवम्बर 2025: पेंशन के जीवन प्रमाणपत्र को डिजिटल माध्यम से जमा करने की प्रक्रिया पर जानकारी, जागरूकता एवं प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया जाएगा।
6 नवम्बर 2025: पेंशनरों को आयकर संबंधी जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही राज्य स्वास्थ्य योजना एवं चिकित्सा प्रतिपूर्ति से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की जाएंगी तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाएगा।
7 नवम्बर 2025: पेंशन स्वीकृति व पारिवारिक पेंशन प्रारंभ करने में आने वाली व्यवहारिक कठिनाइयों को दूर करने हेतु जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होगा। साथ ही उप कोषागार स्तर पर कार्यरत आहरण एवं वितरण अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न देयकों एवं पेंशन प्रपत्रों में पाई जाने वाली कमियों पर चर्चा एवं समाधान किया जाएगा।
10 नवम्बर 2025: पेंशन स्वीकृति एवं पारिवारिक पेंशन से जुड़ी व्यावहारिक समस्याओं के समाधान पर एक और जागरूकता सत्र आयोजित किया जाएगा। इस दिन भी अधिकारियों के साथ बैठक कर पेंशन से संबंधित प्रक्रियाओं को सरल बनाने के उपायों पर विचार किया जाएगा।
11 नवम्बर 2025: 80 वर्ष से अधिक आयु वाले पेंशनरों एवं पारिवारिक पेंशनरों के जीवन प्रमाणपत्र जमा करने की सुविधा पर चर्चा की जाएगी, ताकि वरिष्ठ पेंशनरों को अधिक सुविधा मिल सके।
उप कोषाधिकारी मेवाड़ ने बताया कि इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य पेंशनरों को समयानुसार जानकारी उपलब्ध कराना और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।












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