देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा और गूंज संस्था की अध्यक्ष सोनिया आनंद के बीच हुआ विवाद को लेकर नगर निगम के कर्मचारियों ने हड़ताल की , सभी विभागों में ताले लगा दिए हैं. साथ ही पार्षदों ने भी नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना दिया. उसके बाद पार्षदों ने सोनिया आनंद के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा. पार्षद और कर्मचारियों ने सोनिया आनंद से मेयर गामा से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे जाने की मांग की है. और अगर वह माफ़ी नहीं मांगती तो पार्षदों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.ज्ञापन सौंपने के बाद पार्षद अमृता सिंह ने कहा कि मेयर के साथ इस तरह की हरकत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी पार्षदों ने सोनिया आनंद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है. अमृता सिंह ने कहा कि नगर निगम की जमीन पर बोर्ड लगा कर निजी संपत्ति नहीं बन सकती है. नगर निगम ने पार्क की एनओसी सभी पार्षदों की सहमति से कैंसिल की गई थी. उन्होंने सोनिया आनंद से संपत्ति की जांच कराने के लिए कहा है.वहीं, मेयर सुनील उनियाल गामा ने बताया कि जनप्रतिनिधि पर आरोप लगाना उचित नहीं है. कोई तथ्य है या फिर साक्ष्य हो तभी आरोप लगा सकते हैं. उन्होंने कहा कि मातृशक्ति का सम्मान करते हुए हमने सोनिया आनंद के साथ किसी भी तरह का अभद्र व्यवहार नहीं किया है. लेकिन सोनिया आनंद ने जिस तरह से दुर्व्यवहार किया है, उससे वो काफी आहत हैं. मेयर ने कहा कि निगम के सभी कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है. ऐसे में वो कर्मचारियों को समझा रहे हैं, क्योंकि उनकी हड़ताल से आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें, 27 अप्रैल बुधवार को गूंज संस्था की अध्यक्ष सोनिया आनंद और मेयर के बीच पार्क की एनओसी निरस्त किये जाने को लेकर बवाल हुआ था. सोनिया आनंद ने मेयर सुनील उनियाल गामा के दफ्तर पहुंचकर राजेश्वर नगर फेज वन में पार्क निर्माण के मामले पर खूब हंगामा किया. सोनिया आनंद ने आरोप लगाया कि मेयर ने नियमों को ताक पर रखकर पार्क के सौंदर्यीकरण की एनओसी को निरस्त किया है. नगर निगम की जमीनों को खुर्द-बुर्द किया जा रहा है.