उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नेआमजन से अपने सम्भोधन में कहा कि उत्तराखंड से लगातार पलायन हो रहा है। इससे देश की उत्तरी सीमा की सुरक्षा खतरे में है। सीमा की सुरक्षा के लिए पलायन को रोकना जरूरी है। यहां पर्यटन के साथ ईको टूरिज्म और जल संरक्षण के लिए भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 21 वर्षों बाद दोनों राज्यों की भाजपा सरकारों ने परिसंपत्तियों के विवाद को भी सुलझा लिया है। घर पहुंचकर योगी आदित्यनाथ ने मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वहां मौजूद लोगों के लिए यह पल काफी भावुक कर देने वाला था। इसकी वजह यह थी कि योगी आदित्यनाथ अपनी मां से काफी समय के बाद मिले।
योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार शाम महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी (यमकेश्वर) में गुरु अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके गुरु की जन्मभूमि भी यमकेश्वर का कांडी क्षेत्र है। जन्मभूमि पर उनकी प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें गौरव की अनुभूति हो रही है। कहा कि वह हमेशा से इस क्षेत्र के बच्चों की शिक्षा के लिए चिंतित रहते थे। उनके प्रयासों से 1997 में महाविद्यालय की स्थापना हुई। वर्ष 2005 से महाविद्यालय में कक्षाएं चल रही हैं। अगले सत्र से महाविद्यालय में मानविकी के अलावा विज्ञान की कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अच्छी सरकार के आते ही लोगों में भी परिवर्तन देखने को मिलता है। 2014 के बाद देश में परिवर्तन दिख रहा है। अब लोगों में तेज और ओज दोनों दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। उत्तराखंड की जवानी और उत्तराखंड का पानी दोनों ही देश के काम आ रहे हैं। इतिहास पर गौर करें तो जितनी मौतें किसी महामारी से होती थीं, उससे ज्यादा बीमारी के साइड इफेक्ट से होती थीं। लेकिन कोरोना महामारी के दौरान पहली बार कोई साइड इफेक्ट नहीं दिखा। सरकार वैक्सीन तैयार कर लोगों को मुफ्त उपलब्ध कराई। साथ ही राशन भी फ्री दिया गया। यूपी में भी 31.5 करोड फ्री वैक्सीन दी जा चुकी है।