उत्तराखंड में कांग्रेस को दो बड़े झटके लगे हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष रहे जोत सिंह बिष्ट ने आखिरकार पार्टी का दामन छोड़ दिया है. जोत सिंह बिष्ट हाल ही में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में धनौल्टी विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव भी लडे़ थे. हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. जोत सिंह के साथ ही उनके बेटे हिम्मत सिंह बिष्ट ने भी कांग्रेस छोड़ दी है. हिम्मत ने कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता समेत पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस प्रदेश कार्यकारण की कार्यप्रणाली से दु:खी होकर उन्होंने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. जोत सिंह बिष्ट चुनाव के बाद से ही लगातार भितरघात होने की शिकायत पार्टी के भीतर करते रहे हैं, लेकिन उनकी अब तक कोई भी सुनवाई नहीं हुई है. जोत सिंह बिष्ट पिछले कई सालों से कांग्रेस में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे. करीब 40 साल से पार्टी के सदस्य रहे. हालांकि अब जोत सिंह बिष्ट ने कांग्रेस में कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं मिलने और पार्टी हाईकमान की तरफ से सुनवाई न करने से दु:खी होकर पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है. जोत सिंह बिष्ट ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि उनकी तरफ से पार्टी हाईकमान से भी बात की गई थी, लेकिन कोई भी प्रदेश में कांग्रेस की गंभीर समस्याओं को समझने के लिए तैयार नहीं है. चुनाव के दौरान भितरघात जैसे विषयों पर भी उन्होंने अपनी बात रखी थी, लेकिन पार्टी की तरफ से इस पर भी कुछ नहीं किया गया.जोत सिंह बिष्ट ने कहा कि वह पिछले 20 सालों से प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं. उनकी तरफ से खुद को कोई दूसरी बड़ी जिम्मेदारी देने का आग्रह भी किया गया था, लेकिन इस पर भी कोई विचार नहीं किया गया. लिहाजा बेहद दु:खी मन से उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया है, जोत सिंह बिष्ट उत्तराखंड कांग्रेस संगठन में लंबे समय से काम करते रहे हैं और उत्तराखंड समेत बाकी राज्यों में भी चुनाव के दौरान पार्टी के स्तर पर भेजे जाते रहे हैं. ऐसे में मौजूदा परिस्थितियों में जोत सिंह बिष्ट का कांग्रेस छोड़ना कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.