विधानसभा अध्यक्ष और कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी ने पुणे में आयोजित भारतीय छात्र संसद में प्रतिभाग किया. इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने समान नागरिक संहिता विषय पर अपने विचार रखे. विस अध्यक्ष ने कहा कि भारत के संविधान-निर्माताओं ने समान नागरिक संहिता का वचन दिया था, भारतवासी को इसका पालन करना ही चाहिए. समान नागरिक संहिता महिलाओंं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी. भारत देश में राजनीति के क्षेत्र में बहुत से युवा आगे आ रहे हैं और उन युवाओं को राजनीति में आने का भारतीय छात्र संसद के माध्यम से बड़ा मंच मिलता है, ऐसे में युवा अपने सपने को साकार भी कर सकते हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने देश के सबसे महत्वपूर्ण विषय समान नागरिक संहिता पर अपने वक्तव्य रखते हुए कहा कि इसका अर्थ भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होना, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो.
समान नागरिक संहिता महिलाओंं को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी. उत्तराखंड राज्य में मुख्यमंत्री द्वारा समान नागरिक संहिता के परीक्षण और क्रियान्वयन के लिए जस्टिस रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है. साथ ही समिति द्वारा तेजी से कार्य किया जा रहा है. उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता कानून के लिए जनता के सुझावों को लिया जा रहा है.
बता दें कि पुणे में एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित 3 दिवसीय भारतीय छात्र संसद के 12वें संस्करण के समापन दिवस पर उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने सम्मेलन में प्रतिभाग किया.
15 से 17 सितंबर तक अयोजित भारतीय छात्र संसद के 12वें संस्करण में देशभर से विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज युवा समेत 10 हजार से अधिक छात्रों ने भाग लिया. शिक्षित युवाओं को राजनीतिक में आगे लाने के उद्देश्य से आयोजित इस संसद में सभी राजनीतिक दल, विचारधाराओं के लोगों ने शामिल होकर विभिन्न मुद्दों पर सार्थक चर्चा की