अंकिता भंडारी हत्याकांड के बाद नेताओं का डोभ श्रीकोट पहुंचने का सिलसिला जारी है. हर कोई अंकिता के परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहा है… साथ ही उनकी हर संभव मदद का भी वादा कर रहे है…
कल पूर्व मुख्यमंत्री और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत भी अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात कर उनको ढांढस बंधाया. उन्होंने दिवंगत बेटी की हत्या पर अफसोस जताया साथ ही कहा कि अंकिता हत्याकांड के आरोपियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। देवभूमि के सौहार्द को दूषित करने वालों को सख्त सजा दिलाई जाएगी. प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर को बिगाड़ने वालों को छोड़ा नहीं जा सकता. सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. हत्यारों को फांसी की सजा दिलाए जाने के लिए मामले की फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की जाएगी और परिवार की हरसंभव मदद की जाएगी.
पूर्व सीएम एवं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत ने प्रदेश की राजस्व पुलिस व्यवस्था को नाकाफी बताया है. उन्होंने कहा कि इस प्रकार के संवेदनशील मामलों की जांच तुरंत रेगुलर पुलिस को करनी चाहिए थी. राजस्व पुलिस आज भी पुराने तरीकों से ही कार्य करती है. यहां तक कि राजस्व पुलिस के पास संसाधन भी नहीं हैं. बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष ऋतुभूषण खंडूड़ी भी राजस्व पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े कर चुकी हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने इसके लिए मुख्यमंत्री को बकायदा पत्र लिखकर भी इसमें सुधार लाने की बात कही थी.