चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुवात आज नहाय खाय से हो गयी है….छठ महापर्व के लिए जगह जगह नदी के घाटों की सफाई की जा, और मैया की स्थापना कर दी गयी है….
छठ पर्व के व्रत की शुरुवात सुबह सुबह ही नहाने के बाद कद्दू और चने की दाल से बनी सब्जी के साथ चावल का भोग ग्रहण के बाद शुरू हो गया है…
36 घंटो के निर्जला व्रत के बाद ‘खरना’ का आयोजन किया जायगा। खरने के आयोजन में गुड़ और दूध से बनी खीर खाई जाती है। खीर को प्रसाद के रूप में बांटा भी किया जाता है। और प्रसाद ग्रहण करने के बाद जिन लोगो ने व्रत लिया है वह अब रविवार की शाम डूबते सूर्य को अर्घ्य देंगे और सोमवार को प्रात:काल में उगते सूरज को अर्घ्य दिया जाएगा।
इसके बाद छठ पूजा संपन्न होगी और व्रती लोग अपना व्रत खोलेंगे। देहरादून में रायपुर, मालदेवता, नत्थनपुर, हरबंस वाला और डालनवाला में छठ पूजा के लिए घाटों पर साफ-सफाई का काम किया गया है साथ ही घाटों पर छठ मैया की स्थापना भी की गई।
बता दे की कोरोना के बाद पहली बार धूमधाम से छठ पूजा का आयोजन किये जाने की उम्मीद है। इस बार छठ पूजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो सकते है जिसके मद्देनज़र पूरी व्यवस्था की जा चुकी है ।