2015 की दरोगा भर्ती धांधली में विजिलेंस जल्द ही नकलची दरोगाओं के नाम पुलिस मुख्यालय को सौंप सकते है…वही अब उन दरोगाओं पर बर्खास्तगी की भी तलवार लटक रहा है… बता दे की एसटीएफ ने अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से कराई गई स्नातक स्तरीय परीक्षा में धांधली की जांच शुरू की थी।
शुरुवात में कई सिंडीकेट नकलचियों के नाम सामने आये थे जिसमे यह जानकारी प्राप्त हुई कि न सिर्फ इस परीक्षा में, बल्कि कई और परीक्षाओं में भी उनके द्वारा नकल कराई है। एसटीएफ ने पहले ही 15 दरोगाओं के नाम विजिलेंस को सौंपे थे, वही अब कुछ और दरोगाओं के नाम विजिलेंस की जांच में आ चुके हैं।
शुरुआती पड़ताल के बाद शासन ने विजिलेंस को मामले में मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दी थी। इसमें कुल 12 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।इनमें से दो पंतनगर विवि के अधिकारी (एक सेवानिवृत्त) शामिल हैं, जबकि 10 लोग नकल सिंडीकेट के सदस्य हैं। शुरुआती जांच के दौरान इन अधिकारियों से लंबी पूछताछ की गई। इसमें एसटीएफ की ओर से मुहैया कराए गए 15 दरोगाओं के अलावा कुछ और दरोगाओं के नाम सामने आए हैं।