गोपेश्वर: विगत 27 मई 2021 को जनपद चमोली के पोखरी ब्लॉक के गोदी बैंड में नगर पंचायत पोखरी, तहसील प्रशासन और थानाध्यक्ष पोखरी द्वारा नखोलियाना के अनुसूचित जाति के लोगो द्वारा किये अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गयी। जिस में ग्रामीण महिलाओं द्वारा पथराव की घटना की गई। इस घटना के पीछे वास्तविक तथ्य यह है कि लगभग 300 लोगो के द्वारा अतिक्रमण किया गया है, जिसमें वर्तमान समय में 49 अतिक्रमण के मामले उप जिलाधिकारी पोखरी के न्यायालय में लंबित है। केवल अनुसूचित जाति के अतिक्रमण पर ही तहसील प्रशासन नगर पंचायत व थानाध्यक्ष के द्वारा कार्यवाही दुर्भाग्यपूर्ण है। जो रसूकदार व राजनीतिक पहुँच वाले है, उन्हें प्रशासन का वरदहस्त प्राप्ति है। जो गरीब भूमिहीन है, दो जून की रोटी के लिये मोहताज मुफ़लिस लाचार हैं। कोविड-19 महामारी लॉकडाउन से रोजी रोटी के लिये लाचार हैं। तहसील प्रशासन ऐसे समय में महामारी अधिनियम को ताक पर रखकर पुलिस बल के साथ नगरपंचायत सहित अतिक्रमण को हटाने में लग गए। ग्रामीण महिलाएं हाथ जोड़कर विनती कर रहे जो वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिस वाले लाठी से उनको उकसाने का काम कर हैं। महिलाएं अपने बचाव में धूल उड़ाती हुई नजर आ रही हैं। नगर पंचायत पोखरी ने 10 लोगों की खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है तथा 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस दबिश दे रही है। पूरा गाँव दहशत में है।
लोग अपना घर छोड़कर अन्यत्र शरण लिये हुये है। इस घटना के सम्बंध में शिल्पकार सभा के जिला अध्यक्ष गिरीश, मूलनिवासी संघ के राज्य प्रशिक्षण सचिव पीएल बैछवाल, मूलनिवासी संघ जिला प्रभारी अंजू अग्निहोत्री मूलनिवासी संघ जिलाध्यक्ष पुष्पा कोहली ने पुलिस अधीक्षक चमोली व जिला अधिकारी चमोली से मिलकर अनुसूचित जाति के गरीब भूमिहीन लोगों को उत्पीडन रोकने के लिये ज्ञापन दिया गया।