देहरादून : मोदी सरकार के केंद्रीय मंत्रीमंडल विस्तार में उत्तराखंड के चार दिग्गजों को केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी मिलने के कयास लगाए जा रहे हैं। केंद्रीय मंत्रीमंडल में हाल ही में सीएम पद से हटाए गए सांसद तीरथ सिंह रावत, इससे पहले सीएम पद से हटाए गए डोईवाला विधायक त्रिवेंद्र सिंह रावत, सांसद अजय भट्ट और राज्य सभा सांसद अनिल बलूनी के नामों की चर्चा चल रही है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड में 2022 की शुरूआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उत्तराखंड समेत अन्य राज्यों में जहां विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां से भाजपा सांसदों अथवा अन्य नेताओं को केंद्र में मंत्री पद दिए जा सकते हैं। इसे देखते हुए राज्य को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में और जगह मिलने की चर्चा तेज हुई हैं। केंद्र में वर्तमान में उत्तराखंड से हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक शिक्षा मंत्री हैं। आपको यह भी बता दें कि इस बीच राज्य की भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के दो बड़े सियासी घटनाक्रम हुए। इसी वर्ष मार्च में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विदाई हुई। उनके स्थान पर गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री पद की कमान सौंपी गई। अब उपचुनाव को लेकर संवैधानिक संकट का हवाला देते हुए तीरथ को भी भाजपा हाईकमान ने रुखसत कर प्रदेश की बागडोर खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी को सौंपी है। प्रदेश में कई बार नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जनता के बीच से सवाल भी उठ रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा कि राज्य से केंद्रीय मंत्रिमंडल में कुछ और प्रतिनिधित्व देकर पार्टी यह संदेश देने का प्रयास करेगी कि उसके लिए उत्तराखंड महत्वपूर्ण है।
इस लिहाज से देखें तो गढ़वाल सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का दावा मजबूत माना जा रहा है। राज्यसभा सदस्य अनिल बलूनी, सांसद अजय भट्ट भी मंत्री पद के दावेदार हैं। यही नहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी पूर्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल में लिए जाने की चर्चा रही है। बदली परिस्थितियों को देखते हुए माना जा रहा कि राज्य को केंद्रीय मंत्रिमंडल में दो और पद दिए जा सकते हैं। इससे कहीं न कहीं उत्तराखंड की राजनीति में फिर हलचल तेज हो गई है। अब देखना यह होगा कि केंद्रीय नेतृत्व उत्तराखंड के नेताओं को कितनी गंभीरता से लेता है।