देहरादून और आसपास के इलाकों में आज शनिवार को न्यूनतम तापमान तीन डिग्री तक पहुंच सकता है। इसके कारण रात को होने वाली ठंड में इजाफा हो सकता है। शनिवार को देहरादून में सुबह धूप खिली, लेकिन धूप में गरमाहट न के बराबर रही। शुक्रवार को ज्यादातर क्षेत्रों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम पहुंच गए। वहीं मौसम विभाग ने आज सभी क्षेत्रों में सामान्य से चार से पांच डिग्री तक कम तापमान रहने का अनुमान जताया है।
मौसम विभाग केंद्र देहरादून ने शीतलहर की आशंका जताते हुए यलो अलर्ट जारी किया है। केंद्र के अनुसार अगले चार पांच दिन शीतलहर और पाला गिरने से कड़ाके की ठंड रहने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार शनिवार से शीतलहर शुरू हो जाएगी।
गुरुवार को दिन के तापमान में भी गिरावट आई और तापमान 19.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से दो डिग्री कम था। वहीं, रात का तापमान 5.2 डिग्री रहा। दिन और रात के तापमान में आई कमी के कारण ठंड में अच्छा खासा इजाफा हो गया। वहीं, मौसम विभाग ने आज अधिकतम तापमान 20 और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री के आसपास रहने का अनुमान जताया है। इससे लोगों को दिन और रात में भीषण ठंड से जूझना पड़ सकता है।
मौसम केंद्र के अनुसार राज्य में कई स्थानों पर शीत लहर रहने का अनुमान है। विशेषकर पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड से परेशान कर सकती है। राज्य के मुक्तेश्वर पहाड़ी क्षेत्रों में पाला गिरने और मैदानी क्षेत्रों में कोहरा छाए रहने की भी संभावना है। राजधानी दून के अलावा पंतनगर में तापमान दो डिग्री, मुक्तेश्वर में सात डिग्री तक कम बना हुआ है। मुक्तेश्वर में रात का तापमान शून्य के आसपास पहुंच गया।
शुक्रवार को न्यूनतम और अधिकतम पारे में गिरावट व शीत लहर ने हरिद्वार शहर से देहात तक लोगों की कंपकंपी छुड़ा दी। सुबह से शुरू हुआ ठंड का कहर दिन चढ़ने के बाद भी कम नहीं हुआ। दोपहर बाद तो और बुराहाल हो गया। हवाओं ने लोगों को परेशान करना शुरू कर दिया। सड़कों पर अन्य दिनों की अपेक्षा कम लोग नजर आए। अधिकांश लोग अपने घरों में दुबक गए। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दिनों में शीत लहर से लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ेंगी।
शुक्रवार सुबह से आसमान में हल्के बादल छाए हुए थे। अन्य दिनों की अपेक्षा सुबह से ज्यादा ठंड का अहसास हो रहा था। सुबह के समय सूरज के दर्शन नहीं होने से ठंड से गलन बढ़ने लगी। दस बजे के बाद हल्की धूप निकली पर वह बेअसर साबित हुई। शुक्रवार को लोगों ने अन्य दिनों की अपेक्षा ज्यादा गरम कपड़े पहने थे। इसके बाद भी कोई राहत नहीं मिली। कड़ाके की ठंड का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि हाथों की अंगुलियां काम नहीं कर रही थी।
शाम के समय हवाएं चलने से लोगों की दिक्कतें और बढ़ गई। मुख्य बाजारों में कम लोगों की आवाजाही देखी गई। रात होते ही प्रमुख सड़कों और गंगा घाटों पर सन्नाटा पसरने लगा था। दुकानों पर व्यापारियों को हीटर का सहारा लेना पड़ा। दूसरी तरफ देहात में भी ठंड से जनजीवन प्रभावित हुआ।
किसानों को खेतीबाड़ी के काम के साथ अपने पशुओं के चारे का इंतजाम करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 22.5 डिग्री और न्यूनतम 4.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ है। मौसम विभाग के शोध पर्यवेक्षक नरेंद्र रावत के मुताबिक आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी।