दो साल पहले हुए फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में शामिल गैंगस्टर विजय प्रताप का घर सील कर दिया गया है। डीएम विजय किरन आनंद के निर्देश पर बुधवार देर शाम तहसील प्रशासन ने कार्रवाई की। प्रशासन अभी विजय प्रताप की पांच लग्जरी गाड़ियों को भी जब्त करेगा।14 अगस्त 2019 को फर्जी शस्त्र प्रकरण सामने आने के बाद कैंट पुलिस ने रवि गन हाउस के संचालक समेत 12 लोगों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की थी। उसमें से एक प्रापर्टी डीलर विजय प्रताप भी शामिल था। गोरखनाथ इलाके के तनवीर को पकड़ने के बाद पुलिस को पता चला था कि बड़े पैमाने पर जिले में फर्जी असलहा लाइसेंस बनवाए गए हैं।तत्कालीन असलहा बाबू राम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर 15 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इसके बाद पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर इन सभी पर गैंगस्टर लगाया गया। उसी क्रम में बुधवार को विजय प्रताप का घर सील करने की कार्रवाई हुई।
इनके खिलाफ लग चुकी है चार्जशीट
पुलिस ने विजय प्रताप, विकास तिवारी, तनवीर, शमशेर आलम, प्रणय प्रताप सिंह, शमशाद, विजय प्रताप श्रीवास्तव, आजम लारी, शाहिद अली, अशफाक अहमद, विवेक मद्धेशिया, रवि प्रताप पांडेय, राम सिंह, अशोक गुप्ता और अजय प्रताप गिरी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। इनमें से पुलिस ने विजय प्रताप सिंह, विकास तिवारी, तनवीर, शमशेर आलम, प्रणय प्रताप सिंह, शमशाद, आजम लारी, शाहिद अली, अशफाक अहमद, विवेक मद्धेशिया, रवि प्रताप पांडेय और अजय प्रताप गिरी के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी की है।