गाजीपुर के रामकरन सेतु से शनिवार को दिनदहाड़े अपहृत महिला आरक्षी के किसान पिता मेघश्याम मामले में लापरवाही पर एसपी चंदौली ने बलुआ थाना के मारूफपुर चौकी इंचार्ज शिवमणि त्रिपाठी को सस्पेंड कर दिया। धानापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत हिंगुतरगढ़ गांव निवासी महिला आरक्षी के पिता शनिवार को अपनी बेटी को गाजीपुर छोड़कर चंदौली लौट रहे थे।
रामकरन सेतु पर बोलेरे सवार युवकों ने उन्हें जबरन उठा लिया और उनके बेटे से 25 लाख रुपये की फिरौती मांगी। हालांकि गाजीपुर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही अपहरणकर्ता दीपक और उसके साथ की गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं इस मामले में लापरवाही पर रविवार शाम एसपी अंकुर अग्रवाल ने मारूफपुर चौकी इंचार्ज शिवमणि त्रिपाठी को सस्पेंड कर दिया।
सकलडीहा सीओ अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि अपहरणकर्ता मेघश्याम को लेकर रामकरन सेतु से चंदौली के तरफ ही भागे थे। जानकारी होने के बाद भी चौकी इंचार्ज ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को नहीं दी। वैसे भले मामला हमारे क्षेत्र का न रह हो। चंदौली पुलिस ने गाजीपुर पुलिस की पूरी मदद की।
एकतरफा प्यार में सिपाही ने महिला आरक्षी के पिता को किया था अगवा
चंदौली निवासी महिला आरक्षी से एकतरफा प्यार करने वाले सिपाही ने प्यार में बाधक बनने पर उसके पिता को अगवा कर 25 लाख की फिरौती मांगी थी। गाजीपुर एसपी रामबदन सिंह के मुताबिक, महिला आरक्षी भी संतकबीर नगर में ही तैनात है। दीपक ने महिला आरक्षी से शादी करने की इच्छा जताई। महिला आरक्षी के परिजनों ने दीपक वर्मा के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
महिला आरक्षी ने भी सिपाही से दूरी बना ली। इससे खफा दीपक हफ्ते भर की छुट्टी लेकर वाराणसी पहुंचा और महिला आरक्षी के किसान पिता को अगवा करने की साजिश रची। इससे पहले महिला आरक्षी भी छुट्टी पर आई थी। छुट्टी खत्म होने पर महिला आरक्षी को शनिवार भोर में पिता बाइक से छोड़ने औडि़हार स्टेशन गए थे। लौटते वक्त रामकरन पुल पर बोलेरो वाहन से पहुंचे दीपक ने छह साथियों के साथ महिला आरक्षी के पिता को अगवा कर लिया। शनिवार देर रात गाजीपुर पुलिस ने महिला आरक्षी के पिता को मुक्त करा लिया।