चारधाम यात्रा पहुंचे हर दिन श्रद्धालु के पहुंचने का आंकड़ा रिकॉर्ड तोड़ रहा है. वहीं, इस बीच चारधामों में कई यात्रियों की मौत की खबरें भी आ रही हैं. यमुनोत्री धाम में पश्चिम बंगाल से आये एक तीर्थ यात्री की हृदय गति रूकने से मौत हो गई. इसी के साथ अबतक युमनोत्री धाम में 14 यात्रियों की मौत हो गई है. उत्तराखंड में चल रही चारधाम यात्रा के दौरान पुराना मर्ज और हाड़ कंपाने वाली ठंड श्रद्धालुओं के दिलों पर भारी पड़ रही है. स्थिति यह है कि जान गंवाने वाले यात्रियों का आंकड़ा हर दिन बढ़ रहा है, और सरकार के साथ ही स्वास्थ्य विभाग भी इन हालातों पर खुद को बेबस बताने के सिवाय कुछ नहीं कर पा रहा है. हालांकि, हार्ट पर हो रहे इस अटैक का सही समय पर उपचार हो जाए तो श्रद्धालुओं की जान बचाई भी जा सकती है.
यमुनोत्री धाम के दर्शन करने आये तीर्थ यात्री पुरेंद्र सरकार (70) पुत्र हरेंद्र नाथ सरकार, निवासी कुच विहार, पश्चिम बंगाल का स्यानाचट्टी में सुबह अचानक स्वाथ्य्य खराब हो गया. जिसके बाद उन्हें 108 सेवा की मदद से बड़कोट सीएचसी लाया गया, लेकिन हॉस्पिटल पहुंचने के पहले ही रास्ते यात्री ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई करने के बाद शव को उनके परिजनों को सौंप दिया. वहीं, गंगोत्री धाम में भी आज गुजरात से आए एक तीर्थ यात्री प्रमोद भाई (62वर्ष) की हृदय गति रूकने से मौत हो गई है. जिसके बाद चारधाम में मरने वाले तीर्थयात्रियों का आंकड़ा अब 39 पहुंच चुका है.
चारधाम यात्रा में अभी तक 39 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. यमुनोत्री धाम में 14 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. जिसमें 11 पुरुष और 3 महिला तीर्थ यात्री शामिल हैं. गंगोत्री धाम में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है. केदारनाथ धाम में 13 श्रद्धालुओं की मौत हुई है. उधर, बदरीनाथ धाम में भी 5 यात्रियों ने जान गंवाई है.