नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज प्रवर्तन निदेशालय यानि ED के सामने पेश हुई. उनकी पेशी के खिलाफ कांग्रेस ने देशभर में प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि उन्हें पहले भी ईडी के सामने पेश होना था लेकिन अस्वस्थ होने और कोविड संक्रमित हो जाने की वजह से ऐसा नहीं हो पाया.
बहरहाल देशभर के साथ ही उत्तराखंड के हर जिले में भी कांग्रेस की ओर से प्रदर्शन हो रहे हैं. देहरादून में पार्टी की प्रदेश इकाइ ने आज पार्टी मुख्यालय से ED के दफ्तर तक पैदल मार्च किया.
कांग्रेसी क्रॉस रोड स्थित ईडी कार्यालय के सामने पहुंचे और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसजनों ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार के इशारे पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को ईडी का समन भेजा गया है. उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है.
इस दौरान नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर ईडी ने हमारी नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को तलब किया है. इससे पहले राहुल गांधी से भी ईडी ने 5 दिनों तक पूछताछ की थी.
इससे निश्चित रूप से यह प्रतीत होता है कि जो भी मुखर होकर केंद्र सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है, उनके विरुद्ध सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर उनको प्रताड़ित करती है.
आर्य ने कहा कि स्वयं सोनिया गांधी का कहना है कि वो इंदिरा गांधी की बहू हैं और वो इससे डरने वाली नहीं हैं.
इस घड़ी में सभी कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह का काम भाजपा सरकार कर रही है, इसके विरोध में सभी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं.
वहीं, प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भी केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, जब से भाजपा सत्ता में आई है तब से देश में यह ट्रेंड चल गया है कि संवैधानिक संस्थाओं का इस्तेमाल विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए किया जाए.
जो भी लोग पीएम मोदी या फिर गृह मंत्री अमित शाह के विरुद्ध आवाज उठाते हैं, उनके खिलाफ ईडी या सीबीआई की जांच बैठा दी जाती है.
लेकिन जो लोग बीजेपी में चले जाते हैं, उनको बीजेपी ऐसी मशीन में धो देती है कि उनके ऊपर से सभी दाग गायब हो जाते हैं और ईडी की जांच बंद हो जाती है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार हमारी नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग करते हुए उनको प्रताड़ित कर रही है.