हरिद्वार में आने वाले दिनों में प्रस्तावित उत्सवों में गंगा समेत किसी भी नदी में मूर्ति और प्रतिमाओं के विसर्जन की अनुमति नहीं होगी। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने कहा कि इसका उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने निर्देश दिए किसी भी उत्सव में गंगा और किसी भी नदी में प्रतिमाओं और मूर्ति को विसर्जित नहीं करने दिया जाएगा।
इसके लिए अधिकारी अभी से तैयारी शुरू करें। बैठक में अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) प्यारे लाल शाह, डीएफओ मयंक शेखर झा, एमएनए दयानंद सरस्वती, सिंचाई विभाग की अधिशासी अभियंता मंजू, शिखर पालीवाल आदि मौजूद रहे।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए पूर्व में बैरागी कैंप, कनखल, वीआईपी घाट के पास विसर्जन कुंड बनाए गए हैं।
नगर निगम के अधिकारी अन्य संभावित जगहों पर भी कुंड बनाने के लिए जगह चिह्नित करेंगे। ताकि प्रतिमा विसर्जन में किसी तरह की कोई परेशानी न आए। विसर्जन कुंड के पास सभी प्रकार की पर्याप्त व्यवस्थाएं दी जाएं।
जिलाधिकारी ने कस्सावान नाला, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति, गंगा के किनारे आर्गेनिक खेती, गंगा घाटों में स्थापित चेंजिंग रूम की साफ-सफाई, विभिन्न गंगा घाटों और नालों पर हुए अतिक्रमण, नालों की सफाई आदि को लेकर भी निर्देश दिए। कहा कि गंगा में किसी भी तरह की गंदगी गिरने न दी जाए।