डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा श्रीनगर अस्पताल, बंदी की कगार पर प्रसूति विभाग

उत्तराखंड खासकर पहाड़ों में स्वास्थ्य और शिक्षा के हालात खस्ता हैं, इस पर अब श्रीनगर और उसके आस पास के इलाकों की मुसीबत और बढ़ने वाली है.

श्रीनगर का राजकीय उप जिला अस्पताल डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है, जिनके अभाव में वर्तमान में यहां तीन विभाग ठप पड़ गए हैं. और एक विभाग बंदी की कगार पर है .

इस वजह से मरीजों के समक्ष परेशानी खड़ी हो सकती है. खासकर स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग की सेवाएं पटरी से उतर सकती हैं.

इस अस्पताल पर पौड़ी और टिहरी जिले के बड़े क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं का दारोमदार है. इसके अलावा यहां चमोली और रुद्रप्रयाग जिले से भी काफी संख्या में मरीज उपचार के लिए पहुंचते हैं.

कुछ समय पहले तक यहां नेत्र-नाक-गला रोग (ENT), हड्डी रोग और नेत्र रोग विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सक तैनात थे. जिससे मरीजों को लाभ पहुंच रहा था. अब यहां विभिन्न कारणों से चिकित्सकों का अभाव हो गया है.

ENT विशेषज्ञ का बॉण्ड समाप्त : ईएनटी (Ear Nose Throat) विभाग में पिछले साल बांडधारी चिकित्सक डॉ. रवि बनिया की नियुक्ति हुई थी.

बांड की मियाद पूरी होने के बाद डॉ. बनिया चले गए हैं. जिससे यहां ENT  की ओपीडी और आईपीडी बंद हो गई है.

छुट्टी पर हड्डी रोग विशेषज्ञ : हड्डी रोग विभाग में दो विशेषज्ञ डॉक्टर गौतम नैथानी और डॉ. नरेंद्र बुटोला कार्यरत हैं. इसके अलावा एक दूसरे पीजी आर्थोपेडिक्स (स्नातकोत्तर हड्डी रोग) डिग्रीधारी डॉ. गुंजन उपाध्याय भी हैं.
हालांकि उनकी नियुक्ति MBBS के आधार पर हुई है. डॉ. नैथानी 20 जून से 17 अक्तूबर तक अवकाश पर हैं. जबकि डॉ. बुटोला भी फैलोशिप करने के लिए एक मई से बिना वेतन अवकाश पर चल रहे हैं. डॉ. उपाध्याय भी 12 अगस्त को फैलोशिप करने चले गए हैं. हड्डी रोग विभाग में भी आजकल ताला लगा हुआ है.

जून से ठप पड़ा  नेत्र रोग विभाग: नेत्र रोग विभाग में भी ताला लगा हुआ है. अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. भाष्कर पैन्यूली का गत जून माह में आकस्मिक निधन हो गया था.

स्त्री रोग विभाग भी हो सकता है बंद: स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग में दो विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती है. डॉ. सोनाली शाही सीसीएल (चाइल्ड केअर लीव) पर चल रही हैं.

यहां डॉ. नेहा बांडधारी चिकित्सक हैं. उन्होंने विभाग से बांड तोड़ने का अनुरोध किया है. अगर उनका अनुरोध स्वीकार होता है, तो यह विभाग भी बंद हो जाएगा.

पूरे मामले में सीएमएस डॉ. गोविंद पुजारी का कहना था कि हाल में एक नेत्र रोग विशेषज्ञ को उप जिला अस्पताल में नियुक्त किया गया है. उन्होंने अभी कार्यभार ग्रहण नहीं किया है.

डॉ. नेहा के प्रार्थना पत्र को निदेशालय भेज दिया गया है, जबकि पूरे मामले में डीजी हेल्थ को भी अवगत कराया गया है. अस्पताल में व्यवस्थाओं को बनाने की कोशिश की जा रही है.

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here