महंगे सपने और महंगे शौक हमेशा इंसान को गलत रास्तो पर ले जाती है और जब तक इंसान को इस बात का अहसास होता है तब तक बहुत देर हो जाती है… सही कुछ हुआ अंकित और सौरभ के साथ.. अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के महंगे रहन सहन की चमक इन दोनों की आँखों में ऐसी पड़ी की आज पुलकित के साथ वह भी सलाखों के पीछे है…
मध्यमवर्गी परिवार से ताल्लुक रखने वाले अंकित और सौरभ आज हर किसी की नज़रो में ऐसे खटक रहे है की लोग उनकी फांसी की मांग कर रहे है..
बता दे की सौरभ बीटेक पास है। अपने महंगे शौक पूरे करने के लिए उसने पुलकित से नजदीकियां बढ़ाई। जबकि अंकित दोनों से काफी छोटा है। पुलकित की महंगी चमचमाती कारों और घूमने-फिरने के शौक ने अंकित को भी अंकिता हत्याकांड का गुनेहगार बना दिया। पुलकित आर्य की लग्जरी जिंदगी देखकर 19 वर्षीय अंकित और 35 साल का सौरभ भी उसके करीब पहुंच गए
अंकिता हत्याकांड के तीनों आरोपी हरिद्वार के रहने वाले हैं। अंकित गुप्ता का परिवार दयानंद नगरी ज्वालापुर में रहता है। सौरभ भाष्कर का परिवार सूरज नगर में रहता है।
सौरभ भाष्कर के पिता की कटहरा बाजार में बैग (बस्तों) की दुकान है। सौरभ भाष्कर के परिवार में बहनों की शादी हो चुकी है। पिता की दुकान से ही परिवार का पालन पोषण होता है। परिवार में भाष्कर इकलौता बेटा है। अंकिता हत्याकांड के बाद भाष्कर का परिवार अब घर से बाहर नहीं निकल रहा है।
दयानंद नगरी निवासी अंकित गुप्ता की मां बेहद मेहनती है। मां अपने घर पर समौसे और मठरी बनाकर दुकानों में सप्लाई करती है। पिता निजी कंपनी में जॉब करते हैं। अंकिता हत्याकांड में अंकित का नाम सामने आने से उसकी मां को सबसे अधिक झटका लगा है।