उत्तराखंड जैसे शांत राज्य में बढ़ते अपराध पर हर में है वहीं अंकिता की हत्या के बाद तोह लोगो का गुस्सा सातवे आसमान में है… न सिर्फ आम जनता बल्कि वकीलों ने भी अंकिता के हत्यारोपियों का केस लड़ने से मना कर दिया है..
अंकिता हत्याकांड को लेकर आरोपियों की बेल की अर्जी लगाने वाले रिमांड एडवोकेट ने अब केस लड़ने से मना कर दिया है। एडवोकेट जितेंद्र रावत ने कोटद्वार न्यायायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी भावना पांडे की अदालत में बेल अर्जी लगाई थी। अब उन्होंने कहा कि मामले को संदेवनशील देखते हुए उन्होंनें आरोपियों की बेल की अर्जी का प्रार्थना पत्र वापस ले लिया है।
वहीं, बार एसोसिएशन कोटद्वार के अध्यक्ष अजय पंत ने कहा कि अगर अंकिता हत्याकांड को लेकर कोई अधिवक्ता बाहर से आरोपियों की पैरवी करने आते हैं तो बार एसोसिएशन उसका पूरा विरोध करेगी। कहा कि अंकिता हम सबकी बेटी थी। मामला संवेदनशील होने के चलते मैं खुद अंकिता की तरफ से कोर्ट में पैरवी करूंगा।