किसानों द्वारा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए कहा की जिला उघान अधिकारी की जो कार्ये सैली है वो इस समय बहुत ही सोचनीय कार्ये शैली है…
ज्ञापन में उन्होंने अपनी विभिन्न मांगो को रखा है:
1- यह कि प्रधानमंत्री सुक्ष्म सिंचाई योजना के अन्तर्गत आवंटित धनराशि का प्रयोग केवल कागज मे किया जाकर आवंटित धनराशि को खुर्द बुर्द किया जा रहा है जिसका प्रत्येक मद का भौतिक सत्यापन जायें ।
2-यह कि विभाग मे विभिन्न योजनाओं का संचालन का लाभ व अनुदान राशि जो राज्य सरकार किसानो को अलग अलग मदो मे करती है का लाभ स्थानीय किसानों को नही दिया जा रहा है सभी अनुदानित धनराशि को जिला उद्यान अधिकारी हरिद्वार से साज करके खुर्द बुर्द किया जा रहा है जिसकी तुरन्त जांच करायी जाकर अपात्र लोगो को दी गई धनराशि जिला उद्यान अधिकारी नरेन्द्र सिंह यादव के वेतन से ली जाये।
3- यह कि मौनपालन हेतु जो समितियों का रिनिवल किया जाता है या किसानों के नाम पर नवीनीकरण किया जाता है वह जिला उद्यान अधिकारी अपनी मर्जी से अपने चेहतो का किया जा रहा है यदि कोई अन्य पात्र व्यक्ति अपना नवीनीकरण जिला उद्यान अधिकारी से नियमानुसार कराना चाहता है तो उसके लिए भारी भरकम धनराशि की मांग की जाती है नहीं देने पर नवीनीकरण जिला उद्यान अधिकारी द्वारा नहीं किया जा रहा है जिसकी जांच कर जिला उद्यान अधिकारी को दण्डित किया जाये यदि इस पर कोई कार्यवाही नही होती है तो हम लोग मजबूर होंगे कि उग्र आंदोलन करेंगे। वही अपर जिलाधिकारी पी एल शाह ने कहा कि आपके दुवारा मिले पत्र को जिलाधिकारी मोहदय के समक्ष प्रस्तुत करके जल्द ही कार्वाही अमल में लाई जाएगी