थराली में सड़कें मलबे से पटी, कई वाहन क्षतिग्रस्त
पिंडर घाटी के कई क्षेत्रों में तेज बारिश और ओलावृष्टि ने मचाई तबाही
थराली। बुधवार की देर शाम अचानक बदले मौसम ने पिंडर घाटी के कई इलाकों को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। थराली और उसके आस-पास के क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। करीब आधे घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई, जिससे नाले उफान पर आ गए और कई स्थानों पर भारी मात्रा में मलबा सड़कों पर आ जमा हुआ।
सबसे ज्यादा नुकसान थराली-देवाल मोटर मार्ग पर देखा गया, जहां रामलीला मैदान के पास बहने वाला बरसाती सिपाही गदेरा अचानक उफान पर आ गया। तेज बहाव के कारण मलबा सड़क पर फैल गया और वहां खड़े कई वाहन इसकी चपेट में आ गए। इस दौरान स्थानीय निवासी अब्बल सिंह पिमोली की स्कॉर्पियो और शिव कुमार की अल्ट्रो कार मलबे में बुरी तरह दब गईं। इसके अलावा सड़क किनारे खड़े अन्य वाहनों को भी नुकसान पहुंचा है। कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिनमें से कुछ की स्थिति इतनी खराब है कि उन्हें हटाना भी कठिन हो गया है।
तेजी से आए मलबे और पानी के बहाव ने थराली-देवाल-वाण राजमार्ग पर यातायात को पूरी तरह बाधित कर दिया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ ही मिनटों में सड़कों पर इतना मलबा आ गया कि लोगों को निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। इससे न केवल स्थानीय यातायात प्रभावित हुआ है, बल्कि जरूरी सेवाओं की आपूर्ति में भी अड़चनें उत्पन्न हो गई हैं।
लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीमें गुरुवार तड़के से मार्ग को साफ करने और यातायात बहाल करने में जुट गई हैं। हालांकि, मलबे की मात्रा अत्यधिक होने और लगातार बारिश जारी रहने से राहत कार्यों में देरी की आशंका बनी हुई है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम ने साथ दिया, तो सड़क को शीघ्र खुलवाने का प्रयास किया जाएगा।
इसी तरह ग्वालदम-सिमली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी थराली के नासिर बाजार क्षेत्र में भारी भूस्खलन की स्थिति बनी हुई है। यहां भी भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया है, जिससे इस महत्वपूर्ण मार्ग पर आवाजाही रुक गई है। सीमा सड़क संगठन (BRO) की मशीनें और कर्मचारी मौके पर पहुंच गए हैं और युद्धस्तर पर मार्ग को बहाल करने का कार्य जारी है।
इस बीच पिंडर घाटी के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों, जैसे कि नारायणबगड़, देवाल, और तोरती में भी तेज बारिश और ओलावृष्टि की खबरें सामने आई हैं। खेतों में खड़ी फसलें प्रभावित हुई हैं और कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई है। ग्रामीण इलाकों में भय और अनिश्चितता का माहौल है, क्योंकि लगातार बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं।
स्थानीय प्रशासन द्वारा जनता से अपील की गई है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और विशेष रूप से बरसाती नालों व गदेरों के समीप जाने से बचें। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव दलों को सतर्क कर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया दी जा सके।
जिससे हालात और अधिक गंभीर होने की आशंका है। प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक विभागों को अलर्ट पर रखा गया है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखी जा रही है।

इसके अलावा ग्वालदम-सिमली राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी थराली के नासिर बाजार क्षेत्र में भारी मलबा आने के कारण यातायात बाधित हो गया है। बीआरओ की मशीनों ने मौके पर पहुंच कर मार्ग को खोलने का कार्य शुरू कर दिया है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही सड़क को यातायात के लिए बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
पिंडर घाटी के कई क्षेत्रों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी खबरें हैं। लगातार बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल बना हुआ है। समाचार लिखे जाने तक क्षेत्र में बारिश जारी थी, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय प्रशासन की ओर से लोगों से अपील की गई है कि वे आवश्यक कार्यों के लिए ही घरों से निकलें और बरसाती नालों से दूर रहें। वहीं, राहत एवं बचाव दल को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।