हरिद्वार में स्थापित होगा 251 फीट ऊंचा भगवा ध्वज, कांवड़ियों के चरण धोकर मुख्यमंत्री ने जताया सम्मान
श्रद्धालुओं पर हुई पुष्पवर्षा, सीएम धामी ने कहा- कांवड़ यात्रा सनातन संस्कृति का प्रतीक
हरिद्वार। कांवड़ यात्रा के पावन अवसर पर हरिद्वार एक बार फिर अध्यात्म, सेवा और संस्कृति की त्रिवेणी में सराबोर नजर आया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ओम पुल के निकट गंगा घाट पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में देशभर से आए शिव भक्त कांवड़ियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। उन्होंने स्वयं उनके चरण प्रक्षालित कर सेवा और सम्मान का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। इस दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई, जिसने वातावरण को भक्ति से भर दिया।
मुख्यमंत्री ने इस पावन अवसर पर एक ऐतिहासिक घोषणा करते हुए बताया कि गंगा तट पर 251 फीट ऊंचा भगवा ध्वज स्थापित किया जाएगा, जो विश्व का सबसे ऊंचा भगवा ध्वज होगा। यह कार्य गंगा सभा और भारतीय नदी परिषद के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। उन्होंने इसे सनातन संस्कृति की दिव्यता और देश की आध्यात्मिक विरासत का गौरव बताया।
कार्यक्रम में भजन संध्या के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे शिव भक्तों के चरण धोकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर मिला। कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि यह सेवा, अनुशासन और आस्था की पराकाष्ठा का प्रतीक है।” उन्होंने यह भी बताया कि इस बार अब तक एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में भाग ले चुके हैं, जो उत्तराखंड की व्यवस्थाओं और जनता के सहयोग का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देशभर में हो रहे धार्मिक स्थलों के पुनरुद्धार प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, राम मंदिर अयोध्या, महाकाल लोक उज्जैन और केदारनाथ पुनर्निर्माण परियोजना का उल्लेख करते हुए कहा कि हरिद्वार और ऋषिकेश के मध्य प्रस्तावित “हरिद्वार-ऋषिकेश कॉरिडोर” सनातन संस्कृति को और सुदृढ़ करेगा।
कांवड़ यात्रा के लिए पुख्ता सुरक्षा और सुविधाएं
मुख्यमंत्री ने बताया कि कांवड़ियों के लिए व्यापक स्तर पर व्यवस्थाएं की गई हैं। स्वास्थ्य शिविर, मोबाइल चिकित्सा इकाइयां, शौचालय, विश्राम स्थल, पार्किंग की सुविधा, वाटर एंबुलेंस, सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन निगरानी और आपातकालीन सेवा केंद्रों की स्थापना सुनिश्चित की गई है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि यात्रा के दौरान अनुशासन, संयम और मर्यादा बनाए रखें।
उन्होंने कहा, “कुछ असामाजिक तत्व इस पवित्र यात्रा के उद्देश्य को विकृत करने का प्रयास करते हैं, जो निंदनीय है। ऐसे लोगों पर सरकार कड़ी नजर रखे हुए है और कोई भी कानून व्यवस्था से खिलवाड़ नहीं कर पाएगा।”
सख्त कानून व्यवस्था और ‘ऑपरेशन कालनेमि’ का जिक्र
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार ने धर्मांतरण, नकल, दंगा और कानून व्यवस्था से संबंधित मुद्दों पर सख्त रुख अपनाते हुए नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण विरोधी कानून, दंगा नियंत्रण कानून और समान नागरिक संहिता लागू की है। साथ ही ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत उन फर्जी बाबाओं, तथाकथित धर्मगुरुओं और ठगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो सनातन धर्म के नाम पर लोगों को भ्रमित करते हैं।
श्रद्धालुओं, संत समाज और प्रशासन का आभार
मुख्यमंत्री ने कांवड़ यात्रा की सफलता के लिए सभी श्रद्धालुओं, संत समाज, स्वयंसेवी संगठनों, पुलिस प्रशासन, नगर निकायों और स्थानीय नागरिकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि “यह यात्रा तभी सफल होगी जब हम सब मिलकर अनुशासन, स्वच्छता और सौहार्द का पालन करें।”
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति और श्रद्धालुओं की भारी भीड़
कार्यक्रम में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी, राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी, राज्य मंत्री ओमप्रकाश जमदग्नि, शोभाराम प्रजापति, विधायक देशराज कर्णवाल, हरिद्वार की मेयर किरण जैसल, रुड़की की मेयर अनीता देवी, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, विधायक प्रदीप बत्रा, आदेश चौहान, मदन कौशिक, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिद्वार आशुतोष शर्मा, रुड़की जिलाध्यक्ष मधु, श्रीगंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, सभापति कृष्ण कुमार ठेकेदार, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, प्रणव सिंह चैंपियन, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, आईजी राजीव स्वरूप, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि सहित अनेक संत महात्मा, गणमान्य नागरिक और हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
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