गैरसैंण में एक बार फिर बजट सत्र की गहमागहमी शुरू हो गयी है। राज्यपाल के अभिभाषण व धामी सरकार के नये सालाना बजट 2023-2024 पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी है।रविवार को राज्यपाल, स्पीकर, सीएम,मंत्री, विधायकों व अधिकारियों का हवाई व सड़क मार्ग आए गैरसैंण पहुंचने का सिलसिला भी जारी रहा।
भाजपा व कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में सदन के अंदर एक दूसरे को मात देने के लिए चक्रव्यूह की रचना पर भी बैठकों का दौर भी जारी है। सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार के एक साल पूरा होने से ठीक पहले आहूत बजट सत्र में मुख्य विपक्षी दल के तरकश में कई तीर देखे जा रहे है।
नतीजतन, गैरसैंण विधानसभा के अंदर कई ज्वलन्त मुद्दों पर सत्ता व विपक्ष के बीच महासंग्राम होने की पूरी संभावना नजर आ रही है। सदन के अंदर नेता विपक्ष यशपाल आर्य, प्रीतम सिंह, भुवन कापड़ी समेत अन्य विधायक मोर्चा संभाले नजर आएंगे। तो सदन के बाहर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण मेहरा सरकार से जूझते दिखेंगे।
प्रदेश सरकार के विरोध में उत्तराखण्ड क्रांति दल, बेरोजगार संगठन व अन्य आंदोलनकारी भी आवाज बुलंद करेंगे।
बीते एक साल के अंदर प्रदेश में अंकिता हत्याकांड व भर्ती घोटालों की गूंज लगातार सुनाई दे रही है। अंकिता मर्डर केस में वीआईपी का अभी तक पहेली बना रहना व अभियुक्तों का लम्बित नार्को टेस्ट भी विपक्ष के लिए एक बड़ा हथियार बना हुआ है।
इसके अलावा बीते 8/9 फरवरी को देहरादून में बेरोजगार युवाओं पर हुए लाठीचार्ज और उसके बाद जॉच में बड़े अधिकारियों को बचाते हुए सिर्फ तीन पुलिसकर्मियों के ट्रांसफर को भी कांग्रेस व बेरोजगार संघ ने मुख्य मुद्दा बना लिया है।
गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार की रिपोर्ट में लाठीचार्ज का आदेश देने वाले अधिकारी का भी खुलासा नहीं किया गया। यह मुद्दा भी गैरसैंण विधानसभा के अंदर और बाहर छाया रहेगा।
जोशीमठ आपदा से जुड़े पुनर्वास व केंद्र सरकार के विशेष आर्थिक पैकेज को लेकर भी विपक्ष लगातार हमलावर है। हालांकि, सीएम धामी की कोशिश है कि बजट सत्र के दौरान ही केंद्र से हजारों करोड़ के आपदा पैकेज की घोषणा हो जाय।
सदन के अंदर धामी सरकार नये बजट के विशेष बिंदु व नकल विरोधी कानून को भुनाने की कोशिश में रहेगी। भर्ती घोटाले में जेल भेजे गए अभियुक्तों को भी अपनी उपलब्धि के तौर ओर पेश करेगी।
विधानसभा भर्ती घोटाले में कोटिया कमेटी की रिपोर्ट के बाद बर्खास्त किये गए कर्मियों का आंदोलन भी चर्चा में है। शिक्षकों व उपनल समेत अन्य संगठनों से जुड़े मसलों पर जारी धरना प्रदर्शन को भी विपक्ष के महारथी गैरसैंण में नया स्वर दे सकते हैं। महंगाई ,बेरोजगारी व बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विपक्ष सदन सड़क पर विशेष मुखर दिखेगा।
बजट सत्र की शुरुआत 13 मार्च को राज्यपाल ले.जनरल गुरमीत सिंह के अभिभाषण से होगी। 15 मार्च को बजट पेश किए जाने की उम्मीद है।
सत्ता व विपक्ष के महारथी भराड़ीसैण/ गैरसैंण पहुंच चुके हैं। स्पीकर ऋतु खंडूडी विधानसभा परिसर का मुआयना कर चुकी है। सीएम धामी का भी गैरसैंण पहुंचने पर परंपरागत तरीके से स्वागत जो चुका है। आने वाले कुछ दिन गैरसैंण एक बार फिर खबरों की सुर्खियों में रहेगा।