उत्तराखंड में भाजपा को प्रंचड बहुमत मिला है, लेकिन जिस युवा चेहरे के दम पर पार्टी 60 पार का दावा कर रही थी वे ही अपनी सीट बचाने में नाकाम रहे हैं.
ऐसे में भाजपा की तरफ से कौन सीएम बनेगा इस पर मथापच्ची का दौर शुरु हो चुका है. लेकिन सियासी पंडितों की माने तो भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने पुष्कर सिंह धामी को ही सूबे की कमान दे सकती है.
पिछले साल जुलाई में हुए सत्ता परिवर्तन के बाद बीजेपी ने धामी को राज्य की कमान सौंपी थी। इसके बाद धामी ने राजनीतिक कौशल का परिचय देकर पार्टी हाईकमान का ध्यान खींचने में सफलता पाई थी।
यही वजह है कि पार्टी ने साफ कर दिया था कि विधानसभा चुनाव में धामी ही उसका चेहरा होंगे। पुष्कर सिंह धामी ही मेहनत का ही नतीजा रहा कि बीजेपी स्पष्ट बहुमत से सत्ता में आ गई, लेकिन वो अपना दुर्ग नहीं बचा पाए।
धामी के चुनाव हारने के बाद कई विधायकों ने उनके लिए अपनी सीट खाली करने की पेशकश की है। चंपावत से चुनाव जीतने वाले बीजेपी विधायक कैलाश गहतोड़ी ने कहा कि अगर धामी दोबारा चुनाव लड़ने को तैयार हैं, तो वो उनके लिए सीट छोड़ सकते हैं।
इस बीच खबर है कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और धर्मेंद्र प्रधान उत्तराखंड आएंगे। दरअसल बीजेपी आलाकमान ने दोनों को उत्तराखंड में पर्यवेक्षक बनाया है।
दोनों ही मंत्री तमाम तरह की राय लेगें और इस बात पर कोई फैसला लेंगे। विधानसभा चुनाव क्योंकि पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में ही लड़ा गया था, ऐसे में दबी जुबान में धामी को एक और मौका देने की बात भी हो रही है। सूत्रों का कहना है कि हाई कमान ने मन बना लिया है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उनकी मेहनत का इनाम मिल सकता है।