दिल्ली में उत्तराखंड के नए सीएम को लेकर उच्चस्तरीय मंथन चल रहा है, माना जा रहा है कि होली के बाद सूबे को नई सरकार मिलेगी ।
उधर हार का मुंह देखने वाली कांग्रेस भी होली के बाद हार की समीक्षा करने की तैयारी कर रही है, बता दें कि सत्ता में वापसी की आस लगायी कांग्रेस महज़ 19 सीटों पर ही सिमट कर रह गयी ।
कांग्रेस की हार के कारणों की समीक्षा पार्टी स्तर पर होली के बाद की जाएगी, लेकिन अब यह बात पार्टी को समझ आ गई कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक बयान ने चुनाव में पार्टी को कितना नुकसान पहुंचाया है।
पहले पार्टी ने इसे हल्के में लिया, लेकिन अब इसकी गंभीरता समझ में आ रही है। यह बातें प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पत्रकारों से कही। उन्होंने माना कि इस मुद्दे ने पार्टी को भारी नुकसान पहुंचाया है।
कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गोदियाल ने कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी की बात कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने नहीं कही। एक कार्यकर्ता ने यह बात कही और भाजपा ने एक साजिश के तहत उसे मुद्दा बना दिया।
प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी ने जब इन बातों को मंच से कहना शुरू किया तो भाजपा को ध्रुवीकरण का मौका मिल गया।
जिस कार्यकर्ता ने यह बात कही वह, कोई पदाधिकारी भी नहीं, लेकिन उनके पीछे उसे पदाधिकारी बना दिया गया। यह भी जांच का विषय है।
गोदियाल ने यह भी जोड़ा कि वैसे उस कार्यकर्ता ने ऐसा कोई गुनाह भी नहीं किया था। उनसे सिर्फ एक मांग की थी, जिसमें कोई बुराई नहीं। यह उसका व्यक्तिगत मामला था।
इसमें पार्टी की तो कोई जिम्मेदारी नहीं थी। यदि यह बात हमारे घोषणापत्र में होती, तब पार्टी की जिम्मेदारी बनती। उन्होंने कहा कि भाजपा वोटरों का ध्रुवीकरण करने में सफल रही।
राजनीति में मुद्दे लोगों के गले नहीं उतरते हैं, जबकि तथाकथित ध्रुवीकरण के जो मुद्दे होते हैं, उन्हें लोग जल्दी ग्रहण कर लेते हैं।