गुना के जामनेर इलाके में एक 10वीं क्लास के छात्र को डर था कि परीक्षा में फेल होने पर पिता पिटाई करेंगे। यह डर इतना हावी हो गया कि उसने कुल्हाड़ी से अपने पिता की ही हत्या कर दी। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात हुई हत्या में पुलिस जांच में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
15 वर्षीय बेटे को डर था कि परीक्षा में फेल होने पर पिता उसके साथ मारपीट करेंगे। पिता की पिटाई से बचने के लिए नाबालिग ने पिता की हत्या की साजिश रची। कुल्हाड़ी से वार कर पिता को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से बचने और पड़ोसी को पिता की हत्या में फंसाने के लिए भी नाबालिग ने साजिश रची। जिस कुल्हाड़ी का इस्तेमाल उसने पिता की हत्या में किया था, उसमें उसके फिंगरप्रिंट न आएं इसके लिए नाबालिग ने अपनी उंगलियों के पोर जला लिए थे।
नाबालिक ने पुलिस को गुमराह करने के लिए सुनाई मनगणत कहानियां। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए बैठाई दो अलग अलग टीमें
गुना के जामनेर इलाके में एक 10वीं क्लास के छात्र को डर था कि परीक्षा में फेल होने पर पिता पिटाई करेंगे। यह डर इतना हावी हो गया कि उसने कुल्हाड़ी से अपने पिता की ही हत्या कर दी। शनिवार-रविवार की दरम्यानी रात हुई हत्या में पुलिस जांच में ये चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
15 वर्षीय बेटे को डर था कि परीक्षा में फेल होने पर पिता उसके साथ मारपीट करेंगे। पिता की पिटाई से बचने के लिए नाबालिग ने पिता की हत्या की साजिश रची। कुल्हाड़ी से वार कर पिता को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस से बचने और पड़ोसी को पिता की हत्या में फंसाने के लिए भी नाबालिग ने साजिश रची। जिस कुल्हाड़ी का इस्तेमाल उसने पिता की हत्या में किया था, उसमें उसके फिंगरप्रिंट न आएं इसके लिए नाबालिग ने अपनी उंगलियों के पोर जला लिए थे।
नाबालिक ने पुलिस को गुमराह करने के लिए सुनाई मनगणत कहानियां। पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए बैठाई दो अलग अलग टीमें