राधे हरि राजकीय पीजी कॉलेज काशीपुर में परीक्षा के दौरान एक छात्र की जेब से आपत्तिजनक पर्ची मिली. जिसे देख चेकिंग करने आई उड़नदस्ता टीम समेत कॉलेज प्रशान में हड़कंप मच गया. कॉलेज प्रशासन ने आनन-फानन में इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने मामले में पुलिस को तहरीर सौंपी. वहीं, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छात्र को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल, बाजपुर रोड स्थित राधे हरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय काशीपुर में वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं. परीक्षा के दौरान आज फ्लाइंग स्क्वायड टीम की ओर से परीक्षा कक्ष में छात्र-छात्राओं की तलाशी ली जा रही थी. इसी बीच बीकॉम प्रथम वर्ष के छात्र मुशाहिद अली की जेब से टीम के सदस्य राघव कुमार झा नामक प्रोफेसर को एक आपत्तिजनक पर्ची मिली, छात्र की जेब में पर्स था, जिसमें अनेक तरह के कागजात थे, जो कि अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में लिखे थे.
वहीं, उन्होंने बताया कि छात्र के पास परीक्षा से संबंधित कोई भी कागज नहीं था. जब बाहर आकर उन्होंने पर्ची देखी तो उसमें से एक पर्ची जो कि अंग्रेजी में आपत्तिजनक लिखी हुई थी. तब उक्त छात्र को बाहर बुलाया गया. जब उक्त छात्र से राघव कुमार झा ने यह पूछा कि यह पर्ची किसने दी है तो वो उस पर्ची को देने वाले के बारे में कुछ नहीं बता पाया. इसके बाद उन्होंने परीक्षा देने के बाद उसे मिलने के लिए कहा और उस पर्ची को परीक्षा प्रभारी को सौंपा.
सुबह से लेकर दोपहर बाद तक फ्लाइंग स्क्वायड टीम के सदस्य महाविद्यालय के प्राचार्य से पर्ची का पूरा मामला छुपाते नजर आए. हद तो तब हो गई, जब यह आपत्तिजनक पर्ची घंटों बाद भी महाविद्यालय के प्राचार्य तक नहीं पहुंच पाई और अन्य लोगों के जरिए प्राचार्य के व्हाट्सएप पर पहुंचाई गई. इस बारे में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर चंद्रराम ने कहा कि परीक्षा प्रभारी की तरफ से किसी भी तरह की कोई रिपोर्ट उन्हें नहीं दी गई है. बल्कि, उन्हें अन्य माध्यमों से व्हाट्सएप के जरिए प्राप्त हुई है.उन्होंने कहा कि छात्र का नाम मुशाहिद अली है. मुशाहिद से प्राप्त पर्ची में हिंदू मुस्लिम होगा, कुछ इस तरह की बात लिखी गई है. आगे का मामला समझ नहीं आ पा रहा है. उन्होंने कहा कि इसकी सूचना पुलिस को दे दी गई है. साथ ही कार्रवाई के लिए लिखा गया है. महाविद्यालय प्रशासन की तरफ से भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. उन्होंने कहा कि पर्ची पकड़ने वाली फ्लाइंग स्क्वायड टीम की ओर से जानकारी होने के बाद भी उन्हें न बताने के मामले में भी जांच की जाएगी. दोषी पाए जाने पर फ्लाइंग स्क्वायड टीम के सदस्य के खिलाफ भी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.