चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवा की बुकिंग के नाम पर देश भर से लाखों की ठगी करने वाले आरोपी को चमोली पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी ने लोगों से 15 से 20 लाख रुपये तक ठगे हैं।
पुलिस के अनुसार 15 मई को उत्तर प्रदेश से बदरीनाथ आए अंबरीश कुमार ने बदरीनाथ थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि हिमालयन हेली सर्विस प्राइवेट लिमिटेड की ओर से केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर उनके साथ ठगी हुई है। उनसे 2,4590 रुपये ठग लिए गए। एसपी श्वेता चौबे के निर्देश पर जांच के लिए टीम गठित की गई। थाना गोविंदघाट के एसआई विनोद चौरसिया के नेतृत्व में एसओजी टीम ने सर्विलांस, फोन डिटेल सहित अन्य तकनीकी सहायता से आरोपी को नवादा बिहार से गिरफ्तार कर लिया।
एसपी श्वेता चौबे ने बुधवार को पत्रकार वार्ता में आरोपी के पकड़े जाने का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपी ने कुबूल किया है कि उसने हेलीकॉप्टर बुकिंग के नाम पर देशभर से अब तक 15 से 20 लाख रुपये तक की ठगी की है। पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल की ओर से आरोपी को पकड़ने वाली टीम को 10 हजार और एसपी चमोली ने पांच हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की है। खुलासा करने वाली टीम में एसआई विनोद चौरसिया, एसओजी से राजेंद्र सिंह और आशुतोष तिवारी जबकि सर्विलांस से विपिन रावत शामिल थे।
पुलिस के अनुसार आरोपी ने बदरीनाथ और केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग के लिए फर्जी वेबसाइट तैयार कर रखी थी। वह उसे साइट को चलाने (होस्टिंग) के लिए तेलंगाना के एक इंजीनियर की मदद लेता था, जिसके लिए वह हर दिन चार से पांच हजार रुपये भुगतान करता था, ताकि गुगल पर सर्च करते ही सबसे ऊपर उसकी फर्जी वेबसाइट दिखे।
बुकिंग के नाम पर जब यात्रियों को संदेह हो जाता है तो उन्हें यह कहकर कि वेबसाइट सस्पेंड हो गई है यदि कंफर्म टिकट चाहिए तो और पैसे लगेंगे। लोग उसकी बातों में आकर पैसे दे देते थे, जिसे वह अपने अलग-अलग बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था।
एसपी श्वेता चौबे ने बताया कि आरोपी ने धोखाधड़ी के 3.7 लाख रुपये यूनियन बैंक और 1.7 लाख रुपये एक्सिस बैंक में जमा करवाए थे, जिनको फ्रीज करावा दिया गया है। अन्य बैंकों में भी आरोपी ने ठगी की रकम जमा करवाई है। धोखाधड़ी का शिकार हुए अन्य लोगों से भी पुलिस संपर्क करने का प्रयास कर रही है