उत्तराखंड कांग्रेस में एक अंदुरनी गुटबाज़ी खुलकर सामने आयी है… पार्टी के नेताओ के बीच आपसी नाराज़गी सामने आ रही है… कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चकरात से विधायक प्रीतम सिंह ने एक बार उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव पर सवाल खड़े किये है, उन्होंने कहा की उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की हार के बाद से देवेंद्र यादव नदारद हैं, इससे पार्टी कार्यकर्ताओं ने अच्छा संदेश नहीं जाता है.
विधानसभा 2022 के चुनावो के बाद प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव काफी कम दिखाई दे रहे है.. ऐसे में हरिद्वार पंचायत चुनावो पर भी उनकी अनुपस्तिथि का काफी असर दिखाई दिया और कांग्रेस को एक करारी हार का सामना करना पड़ा.. ऐसे में विधयक प्रीतम सिंह ने कहा कि राजनीति जीवन में हार जीत चलती रहती है, वो छह बार से विधायक से हैं. लेकिन हार के बाद कभी निराश नहीं होना चाहिए, उससे पूरा दल संशय की स्थिति में आ जाता है.
प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की हार हुई तो ऐसे में दोगुने उत्साह के साथ कांग्रेस प्रदेश प्रभारी को उत्तराखंड आना चाहिए और कांग्रेस को खड़ा करना चाहिए. लेकिन पार्टी के प्रदेश प्रभारी उत्तराखंड से नदारद हैं. प्रीतम सिंह का कहना है कि हरिद्वार पंचायत चुनाव में कांग्रेस लड़ते हुए भी दिखाई नहीं दी. ऐसे समय में प्रदेश प्रभारी को उत्तराखंड होना चाहिए था लेकिन वह नदारद हैं.
ऐसे में अब देखना यह होगा की कांग्रेस की अंदुरनी गुटबाज़ी का क्या हल निकलता है और उत्तराखंड में कांग्रेस का क्या भविष्ये होगा ?