प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पिछले दो हफ्तों में कुछ राज्यों में जिस प्रकार से कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े हैं। उससे स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है, लिहाजा देशवासियों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों, केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपालों और प्रशासकों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कोरोना महामारी की ताजा स्थिति की समीक्षा के बाद अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से पिछले दो हफ्तों में कुछ राज्यों में मामले बढ़े हैं उससे ये स्पष्ट है कि कोरोना की चुनौती अभी पूरी तरह टली नहीं है। ओमीक्रोन और उसके सब वैरिएंट्स किस तरह गम्भीर परिस्थिति पैदा कर सकते हैं, यह यूरोप के देशों में हम देख सकते हैं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में कुछ देशों में कोरोना के विभिन्न स्वरूपों की वजह से कुछ लहरें भी आई, लेकिन भारत ने कई देशों की तुलना में हालात पर काफी बेहतर नियंत्रण रखा है। उन्होंने कहा, ‘इन सब के बावजूद पिछले दो हफ्ते से जिस तरह से कुछ राज्यों में मामले बढ़ रहे हैं, उससे हमें सतर्क रहना है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण ने बहुत अहम भूमिका निभाई है। यह बैठक ऐसे समय में हुई है, जब भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 2,927 नए मामले आए। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस से अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,30,65,496 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में संक्रमण से 32 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 5,23,654 हो गई है। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 16,279 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.04 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक संक्रमण की दैनिक दर 0.58 प्रतिशत और साप्ताहिक दर 0.59 प्रतिशत है जबकि कोविड-19 से मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 188.19 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी है।