समूह ग भर्ती परीक्षा में उत्तराखंड के अभ्यर्थियों को लग सकता है झटका, जाने वजह

उत्तराखंड में स्वास्थ्य विभाग में नर्सिंग अधिकारी के 1564 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। चिकित्सा चयन आयोग ये भर्तियां वरिष्ठता के आधार पर कर रहा है। इस संबंध में आयोग की ओर से प्रकाशित विज्ञप्ति में दी गई शर्तों के चलते अन्य राज्यों के युवा, भर्ती के लिए आवेदन नहीं कर पाए। लेकिन अब श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में संविदा पर नर्सिंग अधिकारी के पद पर कार्यरत राजस्थान के आठ युवाओं को नैनीताल हाईकोर्ट ने उत्तराखंड में नर्सिंग अधिकारी पद पर चल रही भर्ती के लिए प्रोविजनल आवेदन करने की इजाजत दे दी है। जिसके चलते उत्तराखंड में समूह ग के पदों पर अब अन्य राज्यों के अभ्यर्थियों के लिए नौकरी की राह खुल सकती है।

श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में संविदा पर कार्यरत युवाओं ने हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट ने सुनवाई के बाद युवाओं को प्रोविजनल आवेदन करने की इजाजत दे दी। इस संबंध में चिकित्सा चयन आयोग के अध्यक्ष डॉ. डीएस रावत ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश और स्वास्थ्य महानिदेशालय की संस्तुति के आधार पर दूसरे राज्य के अभ्यर्थियों के आवेदन प्रोविजनल तरीके से स्वीकार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि नर्सिंग अधिकारी पद के लिए वर्ष 2020 में प्राविधिक शिक्षा परिषद की ओर से शुरू की गई भर्ती के दौरान भी इन युवाओं को हाईकोर्ट से प्रोविजनल आवेदन की इजाजत मिली थी। आयोग के अध्यक्ष रावत ने कहा कि वरिष्ठता सूची के आधार पर यदि इन युवाओं का चयन होता है तो इस संदर्भ में हाईकोर्ट को अवगत कराया जाएगा। साथ ही इनका परीक्षा परिणाम भी हाईकोर्ट के आदेश पर ही जारी होगा।

दरअसल, कार्मिक विभाग के नियमों के अनुसार, उत्तराखंड में समूह ग के पदों के लिए राज्य का ही स्थाई निवास या प्रदेश से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई करना अनिवार्य है। लेकिन नर्सिंग अधिकारियों की भर्ती के लिए राजस्थान के कुछ युवाओं को आवेदन की इजाजत मिल गई है।

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