प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सदन के अलावा सड़क पर जोरदार प्रदर्शन किया। भराड़ीसैंण में विधानसभा की सीढ़ियों पर बैठकर कांग्रेस विधायकों ने हाथ में तख्तियां ले विरोध जताया।
जबकि सोमवार की सुबह से ही जंगल चट्टी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धारा 144 का उल्लंघन करते हुए विधानभवन की ओर कूच किया। इस दौरान ,कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से तीखी झड़प हुई। धक्का मुक्की में पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण घायल भी हुए।
समूचे प्रदेश से हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सुबह 11:00 बजे से ही जंगल चट्टी पहुंचना शुरू हो गए थे।
इस दौरान कुमाऊं के कांग्रेस जनों को आठ स्थानों पर और गढ़वाल के कांग्रेस जनों को 12 स्थानों पर पुलिस प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर जबरन रोकने का प्रयास किया।
इस दौरान पुलिस प्रशासन के साथ कांग्रेस जनों की नोकझोंक भी हुई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि।पुलिस ने महिला कार्यकर्ताओं के साथ अभद्रता भी की।
धक्का मुक्की में पूर्व विधायक ललित फर्सवान चोटिल हो गए उनके सर पर टांके आए हैं । यही नहीं, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला के साथ भी धक्का मुक्की हुई।
इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने भर्ती घोटाले,राज्य में बढ़ती बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा,बढ़ती महंगाई, युवाओं पर लाठीचार्ज, बिगड़ती कानून व्यवस्था, जोशीमठ मामले पर सरकार की उदासीनता, गन्ना किसानों के बकाया भुगतान और समर्थन मूल्य को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा।
प्रदेश के कोने-कोने से कांग्रेस जन कूच में शामिल हुए, कूच के दौरान प्रदेश अध्यक्ष करन मेहरा ने पुलिस प्रशासन की बर्बरता और और धामी सरकार की हठधर्मिता की कड़े शब्दों में निंदा की।
उन्होंने कहा कि आज परिस्थितियां बद से बदतर हो गई हैं। भाजपा सरकार मुट्ठी भर पूंजीपतियों को संरक्षण दे रही है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी राज्य की वर्तमान सरकार को जनता की सीबीआई जांच की मांग को अनसुना कर रही है। रावत ने कहा कि आज जिस तरह से अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और लोक सेवा चयन आयोग पर से प्रदेश के युवाओं का भरोसा और विश्वास उठ रहा है वह प्रदेश के लिए शुभ संकेत नहीं है। अंकिता हत्याकांड में अभी तक वीआईपी का नाम सामने नहीं आया है ।
पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि राज्य सरकार गरीब जनता पर हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न की अनदेखी कर रही है दिनदहाड़े हत्या बलात्कार डकैती लूट मार इत्यादि घटनाएं बताती हैं कि अपराधियों के मन में सरकार का डर भय इकबाल और रसूख खत्म होता जा रहा है।
कूच के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ,पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा एवं महेंद्र पाल उपाध्यक्ष संगठन मथुरा दत्त जोशी,महामंत्री संगठन विजय सारस्वत, मनीष खंडूरी, वैभव वालिया ,राजेंद्र शाह ,याकूब सिद्दीकी , पूर्व विधायक रंजीत रावत, विजयपाल सजवाण, ललित फर्सवान,अमरजीत सिंह महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला, युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर ,एनएसयूआई अध्यक्ष विकास नेगी, अनुकृति गोसाई, मोहन भंडारी ,शांति प्रसाद भट्ट, महेंद्र गुरुजी,सूरत सिंह नेगी,सतपाल ब्रह्मचारी, जिलाध्यक्षगण कुंवर सजवान, विनोद नेगी, मुकेश नेगी, मनीष राणा, राकेश राणा ,दिनेश चौहान, भगत डसीला, भूपेंद्र सिंह भोज,प्रदीप थपलियाल,उत्तम असवाल,वीरेंद्र कंडारी,वीरेंद्र पोखरियाल ,शीशपाल सिंह बिष्ट,राजीव चौधरी,जसविंदर गोगी मोहित उनियाल राजेश रस्तोगी ,मीना बिष्ट, आशा मनोरमा शर्मा, उर्मिला थापा, आशा टम्टा, शांति रावत, पिया थापा, नवनीत सती,गिरीश पपने ,मुकेश नेगी,हरिकृष्ण भट्ट,वीरेंद्र रावत,अजय रावत, मोहम्मद अकरम, जितेंद्र सिंह,आयुष नेहरा पंकज क्षेत्री,कपिल जोशी इत्यादि मौजूद रहे।
उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने बताया की प्रदर्शन से पहले प्रदेश अध्यक्ष करन महारा ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल पूर्व राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा एवं महेंद्र पाल युवा कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्र भुल्लर ने वीर चंद्र सिंह गढ़वाली जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद उत्तराखंड कांग्रेस का नेतृत्व एवं कार्यकर्ता जंगल चट्टी की ओर अग्रसर हुए।