धरमघर-सनगाड़ मार्ग न खुलने पर सख्ती, दो अभियंता निलंबित – विद्युत विभाग को भी चेतावनी
बागेश्वर, 17 जून। जिले में आपदा प्रबंधन में लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने सख्त कदम उठाए हैं। धरमघर-सनगाड़ मोटर मार्ग समय पर न खुलने और विद्युत आपूर्ति में लगातार गड़बड़ी के चलते पीएमजीएसवाई के दो अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है, वहीं बिजली विभाग को कड़े निर्देश जारी हुए हैं।
धरमघर-सनगाड़ मार्ग पर सुस्ती, जेई और एई सस्पेंड
कपकोट ब्लॉक के धरमघर-सनगाड़ मार्ग पर किलोमीटर 1 से 3 के बीच भारी भूस्खलन से यातायात पूरी तरह से ठप हो गया था। स्थानीय ग्रामीणों की ओर से कई बार मार्ग खोलने की मांग के बावजूद पीएमजीएसवाई विभाग ने मौके पर मशीनें नहीं भेजीं।
प्रशासन ने इस गंभीर लापरवाही के लिए कनिष्ठ अभियंता जितेश मलकानी और सहायक अभियंता आशीष रावत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
डीएम ने कहा, “आपदा के समय राहत कार्यों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमारी प्राथमिकता जनसेवा है, और जिम्मेदार अधिकारियों को जवाबदेह बनाना जरूरी है।”
बिजली आपूर्ति में अनियमितता पर फटकार
रीमा क्षेत्र में लगातार बिजली बाधित रहने पर जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता को संबंधित जेई के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही बिजली आपूर्ति जल्द सुचारु करने के लिए ठोस कार्ययोजना और उसकी नियमित मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए हैं।
“आपदा प्रबंधन में कोई कोताही नहीं चलेगी”
डीएम भटगांई ने स्पष्ट किया कि भविष्य में आपदा के दौरान सड़क खोलने, बिजली-पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने और सभी विभागों के बीच समन्वय के लिए पहले से तैयारी की जाए। पर्याप्त मशीनरी और स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित हो, जिससे किसी भी स्थिति में जनता को समय पर राहत मिले।
जनहित सर्वोपरि, लापरवाही पर सख्त रुख
जिलाधिकारी ने दो टूक कहा, “जनसेवा से जुड़ी जिम्मेदारियों में लापरवाही पर अब कोई छूट नहीं दी जाएगी। चाहे वह सड़क विभाग हो, बिजली हो या कोई अन्य सेवा—लोगों को राहत देना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है।”
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