उत्तराखंड कांग्रेस में इन दिनों अंदुरनी कलह सामने साफ़ साफ़ दिख रही है… एक ओर जहा पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने सचिवालय कूच में प्रदेश के बड़े नेताओं को पोस्टर में कोई जगह नहीं दी जिस वजह से यह भी बड़ा मुद्दा बना हुआ है लेकिन वही दूसरी ओर अब पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी “भारत जोड़ो हरिद्वार जिंदाबाद यात्रा” का एलान कर दिया है…
अब पूर्व सीएम हरीश रावत भी हरिद्वार में ताल ठोकने जा रहे है।
हरीश रावत की ‘भारत जोड़ो हरिद्वार जिंदाबाद’ यात्रा भी शायद प्रदेश कांग्रेस की देख रेख में नहीं हो रही है। 22 से 25 नवंबर तक चलने वाली इस यात्रा में पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं को आमंत्रित किया गया है। यात्रा से जुड़े पोस्टर में केंद्रीय नेताओं के अलावा प्रदेश व जिला स्तर नेताओं के फोटो भी छापे गए हैं।
कांग्रेस के दोनों ही बड़े नेताओ के कार्यक्रमों को प्रदेश संगठन को अलग रखा गया है। जिससे कहीं न कहीं यह साफ़ जाहिर हो रहा है की कांग्रेस नेताओ के आपसी मतभेद अभी खत्म नहीं हुए है…
पार्टी के अंदर शक्ति प्रदर्शन का दौर शुरू होने से प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा के नेतृत्व को भी सीधे तौर पर चुनौती मानी जा रही है। हाल ही में मेहरा ने हरिद्वार से भारत जोड़ों यात्रा का दूसरा चरण शुरू किया था।
लेकिन अब हरीश रावत के 22 नवंबर के कार्यक्रम से पार्टी के अंदर जारी शक्ति प्रदर्शन की शुरू हुई इस नये नाटक के लंबा चलने की संभावना है।